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2024-03-05

जन्मों के नाते हैं

जन्मों के नाते  हैं 
जब तुमको देखूँ 
नैना सुख पाते हैं

        -सुरंगमा यादव

जब सूरज ढल जाए

जब सूरज ढल जाए
साँझ अटारी पे
चंदा मिलने आए

        -विद्या चौहान

2024-03-04

ज़ख्मी उसकी छाती

ज़ख्मी उसकी छाती
बाँसुरिया फिर भी
क्यों गान मधुर गाती

        -सुधा राठौर

जल भर-भर के लाते

जल भर-भर के लाते 
उमड़ घुमड़ बदरा
सबके मन हर जाते

        -चन्द्रभान मैनवाल

जब-जब पानी बरसा

जब-जब पानी बरसा
रात अकेले में
तब-तब मन ये तरसा

        -अविनाश बागड़े

जीवन की ये गाड़ी

जीवन की ये गाड़ी 
सुख-दुख हैं डिब्बे  
चलती सीधी-आड़ी

        -पूनम मिश्रा 'पूर्णिमा'

जग दो दिन का मेला

जग दो दिन का मेला
साँस चले जब तक 
सुख-दुःख का है खेला

        -आभा खरे

जीना क्या घुट-घुट कर

जीना क्या घुट-घुट कर 
हँसते ही रहना 
इस दुनिया में अक्सर 

-डॉ. नितीन उपाध्ये

2024-03-03

जीना मुश्किल तुम बिन

जीना मुश्किल तुम बिन 
आ भी जाओ ना 
अब बीते दिन गिन-गिन 

        -तूलिका सेठ

जुगनू फिर चमके हैं

जुगनू फिर चमके हैं
साँझ सुरमई के
कोने लो महके हैं

        -अविनाश बागड़े

जिस दिल में न हों राधा

जिस दिल में न हों राधा
साँसें तो पूरीं
लेकिन जीवन आधा

    -आनन्द पाठक

2024-03-01

जंगल धूँ-धूँ जलता

जंगल धूँ-धूँ जलता 
छूटा घर अपना 
कोई वश ना चलता

-आभा खरे

2024-01-08

जी भर के जिया तुमको

जी भर के जिया तुमको
कोई शिकवा नहीं
अब विदा किया तुमको

            -डा० कमला सिंह

2023-12-29

जब हम मुस्काते हैं

जब हम मुस्काते हैं 
हमसे हैं मौसम 
हम बादल लाते हैं

  -सोनम यादव

जंगल घबराए हैं

जंगल घबराए हैं 
दूर हुए हमसे 
इंसाँ बौराए हैं

-सोनम यादव

जादू कैसा डाला

जादू कैसा डाला
मादक नयन लगें 
जैसे हों मधुशाला 

-सुरंगमा यादव

जो वज़न बढ़ा आये

जो वज़न बढ़ा आये
थोड़ा सबर करो
शायद अब घट जाए

-डॉ. रेशमा हिंगोरानी

2023-11-23

जंगल है इक प्यारा

जंगल है इक प्यारा
अनगिन पेड़ यहाँ
चिड़ियों का अँगनारा
 
-मधु गोयल

2023-08-04

जल्दी घर को जाऊँ

जल्दी घर को जाऊँ
भूखे हैं बच्चे
पंखों में गति लाऊँ

-आभा खरे

2023-06-02

जाओ दाना चुगने

जाओ दाना चुगने
फ़िक्र करो ना माँ
देंगे ना घर घुसने

-मधु गोयल