Showing posts with label . Show all posts
Showing posts with label . Show all posts

2024-04-17

भँवरों की गुन-गुन से

भँवरों की गुन-गुन से 
कलियाँ बहकी हैं 
यौवन की धुन सुनके

        -ममता मिश्रा 

2024-04-08

भौंरे मन के काले

भौंरे मन के काले 
चूमें कली-कली 
पीते मय के प्याले 

        -डॉ. अनिल सक्सेना

भक्ती के उजियारे

भक्ती के उजियारे 
दहन होलिका में
पाखंड-कपट हारे 

        -सोनम यादव

2024-03-11

भय की है बात नहीं

भय की है बात नहीं
जब दीपक जलता
मिट जाता तमस वहीं

        -प्रतिमा प्रधान

2024-03-10

भँवरा तो भँवरा है

भँवरा तो भँवरा है
एक कली पर ही
रहता कब ठहरा है

        -आनन्द पाठक

भँवरा तो आता है

भँवरा तो आता है
गुमसुम कलियों का
घूँघट खुलवाता है

        -डॅा. जगदीश व्योम

2024-03-04

भोली सूरत वाले

भोली सूरत वाले
होते हैं अक़्सर
वो अंतस के काले

        -सुधा राठौर

भोग्या न समझ माही

भोग्या न समझ माही
लक्ष्मी हूँ घर की
मैं तेरी हमराही

        -निवेदिताश्री

भारत में अभिनंदन

भारत में अभिनंदन
वीर सपूतों का
अब देश करे वंदन

        -तूलिका सेठ

भर-भर आँखें कहतीं

भर-भर आँखें कहतीं 
पास नहीं सजना
हर दम बातें करतीं

        -डॉ. संजय सराठे

2024-01-08

भूखा ही यह जाने

भूखा ही यह जाने
रोटी की खुशबू 
लगती है बहकाने 

         -मीतू कानोडिया 

2023-08-04

भर-भर आती आँखें

भर-भर आती आँखें
उड़ना  ही  होगा
छूटेंगी ये शाखें 

-आशा पांडेय

2023-01-30

भँवरा तो आता है

भँवरा जब आता है
गुमसुम कलियों का
घूँघट खुलवाता है 

-डा. जगदीश व्योम

भूखा बस यह जाने

भूखा बस यह जाने
रोटी की खुशबू 
लगती है बहकाने

-मीतू कानोडिया

2023-01-25

भारत के सेनानी

भारत के सेनानी
शौर्य देख इनका
दुश्मन माँगे पानी

-मीतू कानोडिया