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2024-03-12

गातीं हैं चौमासा

गातीं हैं चौमासा
विरहिन गाँवों में
सावन में मन प्यासा

        -जयंती कुमारी

2024-03-11

बादल घहराते हैं

बादल घहराते हैं
कजरी की धुन पर
बूंदें बरसाते हैं

    -जयंती कुमारी

2023-08-04

सावन झूमे बरसे

सावन झूमे बरसे
तन को सुलगाए
मन विरहिन का तरसे

-जयंती कुमारी

2023-01-25

दिन सर्दी के आये

दिन सर्दी के आये
अलसायी धरती
सूरज भी कुम्हलाये

-जयंती कुमारी