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2024-03-26

सरसों हिलकर बोली

सरसों हिलकर बोली
छोडो़ सब झगड़े
अब आयी है होली

       -डा० जगदीश व्योम 

2024-03-23

सरसों का अँगड़ाना

सरसों का अँगड़ाना
टोना मार गया
कोयलिया का गाना

       -डा० जगदीश व्योम

2024-03-22

गेंहूँ गदराया है

गेंहूँ गदराया है
बालीं थिरक रहीं
फागुन बौराया है

       -डा० जगदीश व्योम 

2024-03-10

भँवरा तो आता है

भँवरा तो आता है
गुमसुम कलियों का
घूँघट खुलवाता है

        -डॅा. जगदीश व्योम

2024-03-06

स्कूल माहिये का

स्कूल माहिये  का
हमको सिखलाता
जीवन दो पहिये का

    -डॅा. जगदीश व्योम

2024-03-04

है सफर पहाड़ों का

है सफर पहाड़ों का
सूरज की छुट्टी
मौसम है जाड़ों का 

        -डा० जगदीश व्योम

2023-12-29

बादल घिर आये हैं

बादल घिर आये हैं
भर-भर कर मटकी
जल लेकर आये हैं।

-डा० जगदीश व्योम

2023-01-30

भँवरा तो आता है

भँवरा जब आता है
गुमसुम कलियों का
घूँघट खुलवाता है 

-डा. जगदीश व्योम