अपने रूठा करते
नेह छलकता दिल
गुस्सा झूठा करते
-अमिता शाह 'अमी'
अनगढ़ अनजानी है
राहें जीवन की
अपनी बेगानी है
-मीनाक्षी कुमावत 'मीरा'
अतरंगी वो वादे
ढ़लते ख्वाबों में
कुछ पूरे कुछ आधे
-अचला झा
आलम ये मत पूछो
क्या-क्या जतन किये
मिलने को, मत पूछो !
-आभा खरे
आशीषों को पाऊँ
जीवन के पथ पर
आगे बढ़ती जाऊँ
-वंदना कुँअर रायज़ादा
आकाश-धरा झूमे
स्वर्ण-कलश ढलका
रवि-किरणें जल चूमें
-सोनम यादव
आने वाला सावन
पीहर की सुधियाँ
लाने वाला आँगन
-सोनम यादव
आँगन भी थे कच्चे
घर थे माटी के
पर रिश्ते थे सच्चे
-सुषमा चौरे
आओ ये पल जी लें
छलकें प्यार भरे
ये प्याले हम पी लें
-डॉ. अनिल सक्सेना
आहट फगुनाई की
चितवन रंग भरे
मस्ती पुरवाई की
-सोनम यादव
आँसू बन कर फूटे
नाज़ुक लम्हें थे
हाथों से जो छूटे !
-आभा खरे
आभास अनोखा है
तू ही तू दिखता
ये मन का धोखा है
-सुरंगमा यादव
आ बैठ करें बातें
लम्बी-लम्बी है
विरहा की ये रातें
-सुषमा चौरे
आँखों में पानी है
सुख-दुख साथ लिए
गम्भीर कहानी है
-सुषमा चौरे
अभियान माहिया का
छाया जादू-सा
मोहे मन दुनिया का
-मधु गोयल
अभियान माहिया का
लोक कथाओं से
जोड़े मन दुनिया का
-आभा खरे
आँगन में धूप झरी
गौरैया नाचे
अम्मा गाए ठुमरी
-ममता मिश्रा
अब सोचा, अब कर लो
खबर कहाँ कल की
दुख दूजों का हर लो
-सुषमा चौरे
आयी रुत वासंती
भेजी पत्तों ने
लिख प्रेम भरी पाती
-मधु गोयल
अब दूर न जायेंगे
सुख-दुःख जीवन के
हम संग उठायेंगे
-सुरंगमा यादव