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2024-03-04

हे माँ तुम ही बोलो

हे माँ तुम ही बोलो
दिखती राह नहीं
कुछ द्वार नए खोलो

        -आशा पांडेय

2023-08-04

भर-भर आती आँखें

भर-भर आती आँखें
उड़ना  ही  होगा
छूटेंगी ये शाखें 

-आशा पांडेय

2023-07-30

गाढ़ी हरियाली है

गाढ़ी हरियाली है
बरखा झूम रही
होकर मतवाली है

-आशा पांडेय

2023-06-02

माँ की अँगनाई में

माँ की अँगनाई में
पंछी-सी उड़ती 
बिटिया पुरवाई में
   
 -आशा पांडेय