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2024-03-12

जोड़ा या घटाया है

जोड़ा या घटाया है
चलती साँसों में
सजना को पाया है
  
    -बुशरा तबस्सुम

2024-03-05

जगती हैं जब चाहें

जगती हैं जब चाहें
मिल ही जाती हैं
अंजानी दो राहें

        -बुशरा तबस्सुम

2024-03-03

तितली उड़ के जाना

तितली उड़ के जाना
पौधे हैं जीवन 
मानुष को समझाना 

        -बुशरा तबस्सुम

बदला ये मौसम है

बदला ये मौसम है 
धूल भरे वन में 
डरता मेरा मन है

        -बुशरा तबस्सुम

बारिश तो भाती है

बारिश  तो भाती है 
धूल लगी जो तन 
उसको धो जाती है

        -बुशरा तबस्सुम

बूटे पर फूल खिला

बूटे पर फूल खिला
गुलशन है महका
तितली का संग मिला

    -बुशरा तबस्सुम

तितली से गुल बोला

तितली  से गुल बोला 
भाता है तेरा 
रंगों वाला चोला 

    -बुशरा तबस्सुम

2023-12-29

तेरा जब संग मिलता

तेरा जब संग मिलता
कोमल तन मेरा
मुस्कान लिए खिलता

-बुशरा तबस्सुम

2023-01-30

मन एक शिवाला है

मन एक शिवाला है 
पूजन है जिसका
वो भी मतवाला है

-बुशरा तबस्सुम