छत से देखूँ तुझको
आजा रे सजना
चंदा लगता मुझको
-शर्मिला चौहान
छोड़ो दुनियादारी
प्यारी है हमको
बस यारों की यारी
-डॉ. नितीन उपाध्ये
छाये बदरा काले
बिजुरी चमक रही
बारिश डेरा डाले
-रूबी दास
छत पर तेरा आना
नींद उड़ा जाए
पायल का खनकाना
-सुधा राठौर
छत पर चहकी चिड़िया
भोर हुई साथी
अब आये न निंदिया
-डा० मंजू यादव
छिन पल बदले जीवन
भाव नये लेकर
अँखिया करती नर्तन
-सोनम यादव
छुपके चोरी-चोरी
सपनो में आके
करते वो बरजोरी
-प्रतिमा प्रधान