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2024-04-08

बहका-सा मौसम है

बहका-सा मौसम है
कैसे होश रहे
पलकों पे शबनम है

        -अविनाश बागड़े

2024-03-12

चोरी चोरी चुपके

चोरी चोरी चुपके
जीवन को जी लें
थोड़ा सा छुप-छुपके

        -अविनाश बागड़े

2024-03-11

तारा नभ से टूटा

तारा नभ से टूटा
राज बताना तुम
वो काहे को रूठा

    -अविनाश बागड़े

2024-03-09

है डूबा सा सागर

है डूबा-सा सागर
खारे पानी में
ले अश्कों की गागर

        -अविनाश बागड़े

2024-03-06

परदेस गए सजना

परदेस गए सजना
दिन सावन के है
किससे ये गम कहना

    -अविनाश बागड़े

बरसे बादल थम के

बरसे बादल थम के
आज अचानक फिर
मेरे अंगना जम के

        -अविनाश बागड़े

2024-03-05

तारा कोई टूटा

तारा कोई  टूटा
क्या माँगें उससे
उसका ही घर छूटा

    -अविनाश बागड़े

धरती का ये आंचल

धरती का ये आंचल
भीगा-भीगा सा
छूकर निकला बादल

    -अविनाश बागड़े

माई को जब देखा

माई को जब देखा
कहती है दुनिया
हमने तो रब देखा

        -अविनाश बागड़े

बरसात सुहानी है

बरसात सुहानी है
सावन ऋतु देखो
बस पानी पानी है

        -अविनाश बागड़े

ये मौन हमारा है

ये मौन हमारा है
मत ज्यादा बोलो
बस एक  इशारा है

    -अविनाश बागड़े

2024-03-04

कागा बोले जम के

कागा बोले जम के
आएगा कोई
देखो थोड़ा थम के

        -अविनाश बागड़े

मेहंदी रंग लाएगी

मेहंदी रंग लाएगी
देख हथेली को
दुल्हन मुस्काएगी

        -अविनाश बागड़े

जब-जब पानी बरसा

जब-जब पानी बरसा
रात अकेले में
तब-तब मन ये तरसा

        -अविनाश बागड़े

2024-03-03

जुगनू फिर चमके हैं

जुगनू फिर चमके हैं
साँझ सुरमई के
कोने लो महके हैं

        -अविनाश बागड़े

सूरज जब आता है

सूरज जब आता है
वसुधा पर मेरी
खुशहाली लाता है

        -अविनाश बागड़े

सारी खेती-बाड़ी

सारी खेती बाड़ी
मेघ नहीं आए
लो चूक गई गाड़ी

        -अविनाश बागड़े

2023-12-29

दीवारें बोल रहीं

दीवारें बोल रहीं
कान लगा के सुन
ये हमको तोल रहीं

-अविनाश बागड़े

ईंटा गारा पानी

ईंटा गारा पानी
घर तेरा मेरा 
दीवारें-छत-छानी

-अविनाश बागड़े