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2024-04-09

बरसाने की ग्वालिन

बरसाने की ग्वालिन
कान्हा चकराए
बनकर आयी मालिन

        -सुधा राठौर

2024-04-08

बहका-सा मौसम है

बहका-सा मौसम है
कैसे होश रहे
पलकों पे शबनम है

        -अविनाश बागड़े

बस साथ निभाना है

बस साथ निभाना है
सुख-दुख दोनों से
बढ़कर याराना है

        -नेहा कटारा पाण्डेय

बासंती रंग चढ़ा

बासंती रंग चढ़ा
सीमा का प्रहरी
है पगड़ी बाँध खड़ा

    -शर्मिला चौहान

बासंती रुत आई

बासंती रुत आई
देख रही बगिया
कलियों की अँगड़ाई

        -मीनाक्षी कुमावत मीरा

बस ये ही तरीका है

बस ये ही तरीका है
दिल में रंग भरो
वरना सब फीका है

-लक्ष्मी शंकर वाजपेयी

2024-04-07

बिटिया के आने से

बिटिया के आने से
महक उठी बगिया
पायल खनकाने से

            -पूनम मिश्रा 'पूर्णिमा'

2024-03-22

बेटी घर आयी है

बेटी घर आयी है
रौनक है छाई 
खुशियाँ भर लायी है

    -रूबी  दास 

2024-03-12

बादल तो पागल है

बादल तो पागल है
धरती की देखो
भर देता छागल है

        -अंशु विनोद गुप्ता

बूँदों की लड़ियाँ हैं

बूँदों की लड़ियाँ हैं 
धरती अम्बर को
जोड़े ये कड़ियाँ हैं 

        -निशा कोठारी

2024-03-11

बाग़ों में हैं झूले

बाग़ों में हैं झूले 
कैसे आऊँ सखि 
साजन तो हैं भूले

    -डॉ सुनीता यादव

बैरन हैं ये अँखियाँ

बैरन हैं ये अँखियाँ 
नेह लगा पिय से 
छेड़ें हैं सब सखियाँ

    -सोनम यादव

बादल घहराते हैं

बादल घहराते हैं
कजरी की धुन पर
बूंदें बरसाते हैं

    -जयंती कुमारी

बेटी तुझको पाया

बेटी तुझको पाया 
लगता है मैंने 
ख़ुद को ही दोहराया 

        -मीनू खरे

बाबुल की प्यारी है

बाबुल की प्यारी है
महके घर आँगन
वेटी फुलवारी है

    -सुनीता अग्रवाल नेह

2024-03-10

बरगद की छाँव बड़ी

बरगद की छाँव बड़ी
छतरी बन करके 
आँगन में तान खड़ी

    -मीनाक्षी कुमावत 'मीरा'

बादल तो बरस गए

बादल तो बरस गए
साजन सजनी से 
मिलने को तरस गए

        -डॉ. नितीन उपाध्ये

बासंती मन भाया

बासंती मन भाया
दहक रहा टेसू
जंगल है बौराया

        -सुषमा चौरे

बचपन है मस्ताना

बचपन है मस्ताना 
ना ताना बाना
खुशियों से याराना

    -संतोष  भाऊवाला

बागों में झूले हैं

बागों में झूले हैं
बालम तुम बिन हम
अपनी सुध भूले हैं

        -मधु गोयल