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2024-04-17

रवि राका में झलके

रवि राका में झलके
शरद पूर्णिमा है
घट अमृत का छलके

        -अमित खरे

2024-03-12

झंडे की शान रहे

झंडे की शान रहे
निज सम्मान रहे
गणतंत्र महान रहे

        -अमित खरे

गुड़हल के फूल खिले

गुड़हल के फूल खिले
माँ के आने के
मोहक संदेश मिले

        -अमित खरे

2024-03-10

लगतीं बिटिया प्यारी

लगतीं बिटिया प्यारी
चहकें चिड़ियों-सी
महकें ज्यों फुलवारी

        -अमित खरे

वो साथ निभाते हैं

वो साथ निभाते हैं
काँटे हैं अच्छे
जो ना मुरझाते हैं

        -अमित खरे

2024-03-09

खुद से यूँ दूरी है

खुद से यूँ दूरी है
दर्पण भी कहता
पहचान अधूरी है

        -अमित खरे

2024-03-06

सच हारेगा कैसे ?

सच हारेगा कैसे ?
हारे झूठ सदा,
ऐसे या फिर वैसे

        -अमित खरे

2024-03-05

बहुमत का ज़माना है

बहुमत का ज़माना है
लामबंद कौए
कोयल को हराना है

        -अमित खरे

हम तो भोले भाले

हम तो भोले भाले
पावन ये नैना
तुम ही दिल के काले

        -अमित खरे

बरसातें बीत गईं

बरसातें बीत गईं
आये ना साजन
ये अँखियाँ रीत गईं

        -अमित खरे

क्यों पीछा करते हो

क्यों पीछा करते हो
क्या घर बार नहीं
आवारा फिरते हो !

    -अमित खरे

रातें करती उजली

रातें करती उजली
इसकी कदर करो
एक शक्ति है बिजली

    -अमित खरे

2024-03-04

सरदी का अंत हुआ

सरदी का अंत हुआ
सब्ज़ पलाशों पर
असवार बसंत हुआ

        -अमित खरे

अदभुत ये शाला है

अदभुत ये शाला है
इसमें पढ़ने का
अनुभव ही निराला है

        -अमित खरे

इस कदर उदासी हैं

इस कदर उदासी हैं
ताज़ी खुशियाँ भी
लगती अब बासी हैं

        -अमित खरे

आलस ऐसा आता

आलस ऐसा आता
कुछ भी करने का
साहस न जुटा पाता

    -अमित खरे

2024-03-03

बिजली से जीवित हैं

बिजली से जीवित हैं
फ्रिज, कूलर, ऐसी
कम्प्यूटर उर्जित हैं

        -अमित खरे

अँखियों की बात चली

अँखियों की बात चली
अधर न तनिक हिले
अलकों में रात ढली 

        -अमित खरे

तुझ में अनुरत होकर

तुझ में अनुरत होकर
ढूँढ लिया तुझ को
हमने ख़ुद को खोकर

    -अमित खरे

2023-12-29

पल भर मन खुश होता

पल भर मन खुश होता
पर अगले ही पल
अवसाद जकड़ लेता

-अमित खरे