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2024-06-17

ये बाग-बगीचे हैं

ये बाग-बगीचे हैं
खून बहा कर के
पुरखों ने सींचे हैं

-हरीन्द्र यादव

माँ की खातिर मरते

माँ की खातिर मरते
वीर शहीदों को
कर जोड़ नमन करते

-हरीन्द्र यादव 

सब रिश्ते भूल गये

सब रिश्ते भूल गये 
भारत माँ खातिर
फाँसी पर झूल गये

-हरीन्द्र यादव 

2024-04-27

ये दुनिया इक मेला

ये दुनिया इक मेला
चार दिनों के रँग
फिर संध्या की  बेला 

        -सोनम यादव

रसिया संग साया है

रसिया संग साया है
होली के रंग में
रंग छलिया आया है
-
        हंस जैन

2024-04-18

मन की धुन सुन प्यारे

मन की धुन सुन प्यारे
 कहता है साँची
उस पर‌ चलता जा रे

        -नेहा कटारा पाण्डेय

तुम दूर न अब जाना

तुम दूर न अब जाना 
होली का मौसम
मन मेरा रँग जाना 

    -किरन सिंह

तालाब बहुत गहरा

तालाब बहुत गहरा
तट ने बाँध रखा
चुपचाप वहीं ठहरा

        -अमिता शाह 'अमी'

अपने रूठा करते

अपने रूठा करते
नेह छलकता दिल
गुस्सा झूठा करते

        -अमिता शाह 'अमी'

2024-04-17

खड़ताल बजावे है

खड़ताल बजावे है
जोगन बरखा ये
संगीत सुनावे है!

        -मधु गोयल

भँवरों की गुन-गुन से

भँवरों की गुन-गुन से 
कलियाँ बहकी हैं 
यौवन की धुन सुनके

        -ममता मिश्रा 

ये बादल आवारा

ये बादल आवारा
पंछी सा फिरता
नभ में मारा-मारा

        -मधु गोयल

रवि राका में झलके

रवि राका में झलके
शरद पूर्णिमा है
घट अमृत का छलके

        -अमित खरे

कल मौसम बदलेगा

कल मौसम बदलेगा
धुंध छटेगी तब
ये पारा पिघलेगा

    -नेहा कटारा पाण्डेय

2024-04-15

अनगढ़ अनजानी है

अनगढ़ अनजानी है
राहें जीवन की
अपनी बेगानी है

        -मीनाक्षी कुमावत 'मीरा'

2024-04-12

चिड़ियाँ क्यों गाती हैं

चिड़ियाँ क्यों गाती हैं
रोज सुबह उठकर
कुछ गीत सुनाती हैं

               -चन्द्रभान मैनवाल

गाते हैं हुरियारे

गाते हैं हुरियारे
चहक उठे रे मन
होली खेलें सारे

        -शेख़ शहज़ाद उस्मानी

मन याद सदा रखना

मन याद सदा रखना
जो भी बाँटा है
इक दिन वो ही मिलना

        -मीनाक्षी कुमावत 'मीरा'

सब दिन सतरंगी हों

सब दिन सतरंगी हों
रातें हों प्यारी
प्रेमी जब संगी हों 

    -किरन सिंह

हम दूर कहीं जाएँ

हम दूर कहीं जाएँ
दोनों ही प्रेमी 
अपनी दुनिया पाएँ 

    -किरन सिंह