माँ की खातिर मरते
वीर शहीदों को
कर जोड़ नमन करते
-हरीन्द्र यादव
मन की धुन सुन प्यारे
कहता है साँची
उस पर चलता जा रे
-नेहा कटारा पाण्डेय
मन याद सदा रखना
जो भी बाँटा है
इक दिन वो ही मिलना
-मीनाक्षी कुमावत 'मीरा'
माना मैंने माना
अर्थ है जीवन का
बस आना और जाना
-वंदना कुँअर रायज़ादा
मौसम आते जाते
चलते जीवन में
यादों को सहलाते
-विद्या चौहान
माटी का पुतला हूँ
होना है माटी
ये सोच न बदला हूँ
-नेहा कटारा पाण्डेय
मौसम ने हद कर दी
घूम रहा पहने
वो सर्दी की वर्दी
-आभा खरे
मौसम मनरूप लिये
आँगन उतरी है
बासंती धूप प्रिये
-आभा खरे
मौसम कैसा आया
घातक रोगों से
मेरा मन घबराया
-डॉ. मंजू यादव
महलों में मधु कलियाँ
रंग-बिरंगी सी
लगतीं चंचल परियाँ
-सुषमा चौरे
महकी-महकी गलियाँ
माही के आते
खिल जाती हैं कलियाँ
-किरन सिंह
मानी रूठी सजनी
साजन ने ला दी
जब मोती की नथनी
-डॉ. नितीन उपाध्ये
मायूसी छलकेगी
तोड़ लो आईने
ये शक्ल न बदलेगी
-लक्ष्मी शंकर वाजपेयी
मरुथल तो तरसता है
आवारा बादल
सागर पे बरसता है
-लक्ष्मी शंकर वाजपेयी
मौसम फगुआ आया
प्रेमी-मन खेलें
साजन पर रँग छाया
-किरन सिंह
महकी है अमराई
बौराई अमिया
कोयल है शरमाई
-सोनम यादव
माही मेरे माही
तुझसे मिलने को
मैं बनी प्रेम राही
-किरन सिंह
मधुमास बड़ा प्यारा
प्रेमी दिल मिलते
मधुवन खिलता सारा
-किरन सिंह
मौसम मनमाना-सा
रह-रह छेड़ रहा
वो गीत सुहाना-सा
-शशि पाधा
मुख लाल गुलाल हुआ
किसको देख लिया
क्यों ऐसा हाल हुआ
-शशि पाधा