इस दर्द की बस्ती में
खो जाऊँ कैसे
अपनी ही मस्ती में
-लक्ष्मी शंकर वाजपेयी
इस दुनिया की माया
क्षण भर की मितरा
ज्यों बादल की छाया
-डॉ. नितीन उपाध्ये
इक बार चले आना
राह तके शबरी
प्रभु भूल नहीं जाना
-डॉ. मंजू यादव
इस कदर उदासी हैं
ताज़ी खुशियाँ भी
लगती अब बासी हैं
-अमित खरे
इस दिल का लुट जाना
देख ले न कोई
बन जाए न अफसाना
-अनुपमा झा
इस जग में न्यारा है
जिस घर माँ रहती
वो ठाकुर द्वारा है
-शशि पाधा
ईंटा गारा पानी
घर तेरा मेरा
दीवारें-छत-छानी
-अविनाश बागड़े
इतना न घमण्ड करो
गुण-अवगुण सब में
ईश्वर से तनिक डरो
-अमित खरे
इक नेह बँधा धागा
अंतस को खींचे
मुंडेरों पर कागा
-सोनम यादव
इक सुबह सुहानी हो
सरगम होठों पर
आँखों में पानी हो
-सोनम यादव
इक बात पुरानी है
बचपन ढूँढ रहा
परियों की रानी है
-सोनम यादव
इक लक्ष्य धरो मन में
पीछा करने का
उत्साह भरो तन में
-सुधा राठौर
इकजुटता है लानी
बात किसी पे भी
ना हो खींचा तानी
-सुधा राठौर
इस दिल में रहते हो
प्यार अगर है तो
क्यों कुछ नहीं कहते हो
-डा० अर्चना पांडेय