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2024-03-11

तुमसे ही जीवन है

तुमसे ही जीवन है
कहने को बिटिया
अम्मा जैसा मन है

        -निवेदिताश्री

2024-03-06

बिटिया घर आयी है

बिटिया घर आयी है
चलती अब देखो
मीठी पुरवाई है
 
        -निवेदिताश्री

2024-03-05

रीझे तब मनमीते

रीझे तब मनमीते
चलनी से ताकें
जब राधा औ सीते

    -निवेदिताश्री

माटी मिल जाएगी

माटी मिल जाएगी
आत्मा तो नश्वर
नव तन ले आएगी

      -निवेदिताश्री

तरसा लो तुम सइयाँ

तरसा लो तुम सइयाँ
जब दिख जाओगे
धर लूँगी मैं बइयाँ      
     
        -निवेदिताश्री

2024-03-04

भोग्या न समझ माही

भोग्या न समझ माही
लक्ष्मी हूँ घर की
मैं तेरी हमराही

        -निवेदिताश्री

पुस्तक में गुल सूखा

पुस्तक में गुल सूखा
याद दिलाता है
माही कोई रूखा

     -निवेदिताश्री

कुछ दिन का बाना है

कुछ दिन का बाना है
मन पावन कर ले
अब घर को जाना है

        -निवेदिताश्री

यह देह पुरानी है

यह देह पुरानी है
बखिया तुरपन कर
कुछ और चलानी है

  -निवेदिताश्री

2024-03-03

टूटे दिल जुड़ जाएँ

टूटे दिल जुड़ जाएँ
शक्ति कलम को दो
कुछ ऐसा लिख पाएँ   
    
        -निवेदिताश्री

2024-03-01

बादल काका आओ

बादल काका आओ
गर्मी बहुत लगे
पानी बरसा जाओ  
            
-निवेदिता श्रीवास्तव

क्या मन में बात कहो

क्या मन में बात कहो
प्यासा मन मेरा
पानी बन आज बहो 
         
-निवेदिताश्री 

आया जी लो आया

आया जी लो आया
झेलो अब वर्षा
जलमय होगी काया  
        
-निवेदिताश्री 

2023-08-02

देहों के रिश्ते हैं

देहों के रिश्ते हैं
आज नहीं तो कल
आँखों से रिसते हैं

-निवेदिताश्री  

2023-06-02

कर वादा एक अभी

कर वादा एक अभी
दारू गुटका को
छूएगा नहीं कभी     
      
-निवेदिताश्री  

रब पर विश्वास करो

रब पर विश्वास करो
दूत उसी के हम
सच्ची तुम आस धरो
              
-निवेदिताश्री


2023-01-30

विपदा की घड़ियाँ हैं

विपदा की घड़ियाँ हैं
सब्र ज़रा हो तो
अनुपम यह कड़ियाँ हैं

-निवेदिताश्री

नववर्ष मुबारक़ हो

नववर्ष मुबारक़ हो
स्वस्थ सभी जन हो
उन्नति का कारक हो

 -निवेदिताश्री

2023-01-25

सर्दी हो गर्मी हो

सर्दी हो गर्मी हो
साथ निभे जब तक
लहज़े में नर्मी हो

  -निवेदिताश्री