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2024-03-04

क्या मेरी उलझन है

क्या मेरी उलझन है 
कैसे तू समझे 
जब तुझसे अनबन है

        -तूलिका सेठ

भारत में अभिनंदन

भारत में अभिनंदन
वीर सपूतों का
अब देश करे वंदन

        -तूलिका सेठ

2024-03-03

जीना मुश्किल तुम बिन

जीना मुश्किल तुम बिन 
आ भी जाओ ना 
अब बीते दिन गिन-गिन 

        -तूलिका सेठ

ख़्वाबों में आते हो

ख़्वाबों में आते हो
आकर के मुझको 
तुम खूब सताते हो

        -तूलिका सेठ