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2024-04-27

रसिया संग साया है

रसिया संग साया है
होली के रंग में
रंग छलिया आया है
-
        हंस जैन

2024-04-17

रवि राका में झलके

रवि राका में झलके
शरद पूर्णिमा है
घट अमृत का छलके

        -अमित खरे

2024-04-05

रंगों संग मुस्काना

रंगों संग मुस्काना 
बैर भुला मन से
तन पे रंग लगवाना

        -सोनम यादव

2024-03-21

रोगी तो मन का है

रोगी तो मन का है 
वैदा भरमाये 
ढूँढ़े वह तन का है

        -रंजना झा

राहों में खिलते हैं

राहों में खिलते हैं
फूल किनारे पर
माली बिन पलते हैं

        -अमिता शाह 'अमी'

2024-03-16

रुत छैल छबीली-सी

रुत छैल छबीली-सी
पनघट आन खड़ी
हर नार सजीली-सी 

-शशि पाधा

2024-03-10

रवि! रूठो ना ऐसे

रवि! रूठो ना ऐसे
जाड़े के दिन हैं
यूँ काम चले कैसे!

        -मधु गोयल

2024-03-09

रूठा न करो बालम

रूठा न करो बालम
तौबा! मुझको तो
तड़पाता ये आलम

        -मधु गोयल

2024-03-06

रिश्तों की होली में

रिश्तों की होली में
दर्पण जीत गया
इस आँख मिचोली में

    -अजय कनोडिया

रुत वासंती आयी

रुत वासंती आयी
तरुणाई कैसी
ये मन पर है छायी!

        -मधु गोयल

रिश्ते धागों जैसे

रिश्ते धागों जैसे
ज़्यादा उलझे तो
सुलझेंगे फिर‌‌ कैसे

        -नेहा कटारा पाण्डेय

2024-03-05

रूठा-रूठी छोड़ो

रूठा-रूठी छोड़ो 
अरघ चाँद को दो 
निर्जल व्रत तुम तोड़ो !

        -मीनू खरे

रीझे तब मनमीते

रीझे तब मनमीते
चलनी से ताकें
जब राधा औ सीते

    -निवेदिताश्री

रिमझिम सावन बरसे

रिमझिम सावन बरसे
राह तकूँ सजना
मिलने को मन तरसे

        -विद्या चौहान

रातें करती उजली

रातें करती उजली
इसकी कदर करो
एक शक्ति है बिजली

    -अमित खरे

2024-03-04

रूठे जो तुम सजना

रूठे जो तुम सजना
भूल गए देखो
कंगना चूड़ी बजना

        -सुधा राठौर

2024-03-03

राही इक पथ के हम

राही इक पथ के हम 
साथ रहें हर पल 
ख़ुशियाँ हों या हो ग़म

        -आभा खरे

राधा ने याद किया

राधा ने याद किया
बंसी धुन गूँजी
कृष्णा ने दरस दिया

        -आनंद खरे

ऋतु सोहर गाती हैं

ऋतु सोहर गाती हैं 
चिड़िया बच्चों को 
जीना सिखलाती हैं !

        -त्रिलोचना कौर

रंगत स्वर्णिम पायी

रंगत स्वर्णिम पायी
मतवाली सरसों
तब ही तो इठलायी

        -सुधा राठौर