कविता की पाठशाला
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
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*अरुन शर्मा
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2024-03-04
बासन्ती ऋतु आयी
बासन्ती ऋतु आयी
लाल पलाश खिले
वृक्षों पे तरुणाई
-अरुन शर्मा
2024-03-03
मेघों के ढोल बजे
मेघों के ढोल बजे
बूंदों के घुँघरू
खेतों में नाच उठे
-अरुन शर्मा
2023-01-30
परदेस चले आये
परदेस चले आये
अपने लोगों को
दिल से न भुला पाये
-अरुन शर्मा
गालों पे जो तिल है
गालों पे जो तिल है
उसमे जा अटका
पागल मेरा दिल है
-अरुन शर्मा
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