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2024-03-04

भर-भर आँखें कहतीं

भर-भर आँखें कहतीं 
पास नहीं सजना
हर दम बातें करतीं

        -डॉ. संजय सराठे

बदली घिर आई है

बदली घिर आई है 
कान्हा से कहना 
राधा अकुलाई है

    -डॉ. नितीन उपाध्ये

2024-03-03

ख़्वाबों में आते हो

ख़्वाबों में आते हो
आकर के मुझको 
तुम खूब सताते हो

        -तूलिका सेठ

आँखो में पानी है

आँखो में पानी है
बूझो तो जाने
हर शब्द कहानी है

        -अनुपमा झा

माँ जल्दी आ जाओ

माँ जल्दी आ जाओ
भूखे तड़प रहे
दाना चुनकर लाओ
      
        -आराधना श्रीवास्तव

पत्ते लहराते हैं

पत्ते लहराते हैं
बहती लहरों का
उत्साह बढ़ाते हैं

        -ईप्सा यादव

राधा ने याद किया

राधा ने याद किया
बंसी धुन गूँजी
कृष्णा ने दरस दिया

        -आनंद खरे

आँखों में इक मंज़र

आँखों में इक मंज़र 
टूटा-फूटा सा 
जैसे कोई अंदर

    -उमेश मौर्य

मछली रानी बोली

मछली रानी बोली 
रंग बिरंगी हम 
जल में खेले होली  

    -अजय कनोडिया

2024-03-01

ये किसकी आहट है

ये किसकी आहट है
द्वारे खोल खड़ी
मिलने की चाहत है

-शशि पाधा

2024-01-08

जी भर के जिया तुमको

जी भर के जिया तुमको
कोई शिकवा नहीं
अब विदा किया तुमको

            -डा० कमला सिंह

2023-12-29

ईंटा गारा पानी

ईंटा गारा पानी
घर तेरा मेरा 
दीवारें-छत-छानी

-अविनाश बागड़े

था दूर बहुत खाना

था दूर बहुत खाना 
आयी उड़-उड़कर 
लाई ढेरों दाना

               -आशा मोर

2023-11-23

हम उमड़े आए हैं

हम उमड़े आये हैं
झोली में अपनी
जीवन जल लाये हैं

-अमिषा अनेजा

2023-08-04

सावन झूमे बरसे

सावन झूमे बरसे
तन को सुलगाए
मन विरहिन का तरसे

-जयंती कुमारी

2023-08-03

माँ गंगा की धारा

माँ गंगा की धारा 
बूँद-बूँद छलके 
जीवन का उजियारा

-सोनम यादव

संदेश हवा लाये

संदेश हवा लाये
उनके आँगन की
खुशबू बिखरा जाये

-प्रीति गोविन्दराज

धरती से रवि बोला

धरती से रवि बोला
तुझसे क्या नाता
ना समझा मैं भोला

-सुधा राठौर

दूँगी सबको दाना

दूँगी सबको दाना
भूख लगी तुमको
हाँ, मैंने ये माना

-आभा खरे

2023-08-02

दुनिया के मेले में

दुनिया के मेले में
लाखों लोग मिलें
पड़ना न झमेले में 

-अन्नदा पाटनी