Showing posts with label . Show all posts
Showing posts with label . Show all posts

2024-03-06

स्कूल माहिये का

स्कूल माहिये  का
हमको सिखलाता
जीवन दो पहिये का

    -डॅा. जगदीश व्योम

सोना बनकर तपती

सोना बनकर तपती
निखर रही हर पल
नारी-सी है धरती

        -सुषमा चौरे

सच हारेगा कैसे ?

सच हारेगा कैसे ?
हारे झूठ सदा,
ऐसे या फिर वैसे

        -अमित खरे

2024-03-05

सपनों के गाँव-गली

सपनों के गाँव-गली 
पलकों को मींचे 
निंदिया की नाव चली

    -आभा खरे

सावन का महीना है

सावन का महीना है 
झूले के ऊपर 
इक शोख़ हसीना है 

        -रेखा राजवंशी

2024-03-04

सब सुख मंगल छाये

सब सुख मंगल छाये
माता से मिलने
गणपति थे घर आये!

-मधु गोयल

सरदी का अंत हुआ

सरदी का अंत हुआ
सब्ज़ पलाशों पर
असवार बसंत हुआ

        -अमित खरे

संदेशे जो लाएँ

संदेशे जो लाएँ
सुखद हवाएँ वो
मन शीतल कर जाएँ

        -शर्मिला चौहान

सावन को जाने दो

सावन को जाने दो
तुम तो रुक जाना
त्योहार मनाने दो 

        -शशि पाधा

सूनी-सूनी रातें

सूनी-सूनी रातें
याद बहुत आए
बातों की बारातें

        -सुधा राठौर

2024-03-03

सावन घर आया हैं

सावन घर आया हैं 
थैंला बूँदों का
काँधे रख लाया हैं !

           -त्रिलोचना कौर

सावन के ये झूले

सावन के ये झूले
याद दिलाते हैं
लम्हे जो हम भूले

        -योगेन्द्र वर्मा

सुनने दो कहने दो

सुनने दो कहने दो
जख्मों पर मरहम 
बातों की रखने दो

        -शिव मोहन सिंह

साँसों की मणिमाला

साँसों की मणिमाला
आकर पल में ही
तोड़े यम मतवाला

        -सुधा राठौर

सूरज जब आता है

सूरज जब आता है
वसुधा पर मेरी
खुशहाली लाता है

        -अविनाश बागड़े

सखियाँ मारें ताना

सखियाँ मारें ताना 
हाय,सहूँ कैसे
सावन का बौराना

        -सुधा राठौर

सारी खेती-बाड़ी

सारी खेती बाड़ी
मेघ नहीं आए
लो चूक गई गाड़ी

        -अविनाश बागड़े

2024-03-01

सूरज से प्रीति करे

सूरज से प्रीति करे
सूर्यमुखी इकटक
उसका ही दीद करे

-सुधा राठौर

2023-12-29

संतोष परम धन है

संतोष परम धन है
जग सारा  नश्वर 
माटी का ये तन है

-सोनम यादव

2023-08-04

सावन झूमे बरसे

सावन झूमे बरसे
तन को सुलगाए
मन विरहिन का तरसे

-जयंती कुमारी