बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय व्योम सर
बहुत सार्थक माहिया सरबहुत बहुत शुभकामनाएंसोनम यादव
वाक़ई सर माहिया बहुत सुंदर विधा है और आपने ब्लॉग पर इसमें चार चाँद लगा दिए ।ये स्कूल है जो हमें बताता है जीवन दो पहिये पर चल रहा है ।
बहुत सुन्दर माहिया सर।
'स्कूल' और 'दो पहिये' ने माहिया कविता में गागर में सागर भर दिया है। हार्दिक बधाई आदरणीय गुरुजी।
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय व्योम सर
ReplyDeleteबहुत सार्थक माहिया सर
ReplyDeleteबहुत बहुत शुभकामनाएं
सोनम यादव
वाक़ई सर माहिया बहुत सुंदर विधा है और आपने ब्लॉग पर इसमें चार चाँद लगा दिए ।
ReplyDeleteये स्कूल है जो हमें बताता है जीवन दो पहिये पर चल रहा है ।
बहुत सुन्दर माहिया सर।
ReplyDelete'स्कूल' और 'दो पहिये' ने माहिया कविता में गागर में सागर भर दिया है। हार्दिक बधाई आदरणीय गुरुजी।
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