2024-03-06

स्कूल माहिये का

स्कूल माहिये  का
हमको सिखलाता
जीवन दो पहिये का

    -डॅा. जगदीश व्योम

5 comments:

  1. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय व्योम सर

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  2. बहुत सार्थक माहिया सर

    बहुत बहुत शुभकामनाएं

    सोनम यादव

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  3. वाक़ई सर माहिया बहुत सुंदर विधा है और आपने ब्लॉग पर इसमें चार चाँद लगा दिए ।
    ये स्कूल है जो हमें बताता है जीवन दो पहिये पर चल रहा है ।

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  4. Anonymous8:19 AM

    बहुत सुन्दर माहिया सर।

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  5. 'स्कूल' और 'दो पहिये' ने माहिया कविता में गागर में सागर भर दिया है। हार्दिक बधाई आदरणीय गुरुजी।

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