2024-03-10

साँवरिया का आना

साँवरिया का आना
आहट होते ही
धड़कन का बढ़ जाना

        -सुधा राठौर

1 comment:

  1. 'कारण' और 'परिणाम' के सूक्ष्म क्षण के संवेदनशील भाव बख़ूबी सम्प्रेषित करती रचना है माहिया कविता के वैशिष्ट्य को उभारती। हार्दिक बधाई आदरणीया सुधा राठौर जी।

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