आभासी दुनिया और अनुभूति एक धोखा ही तो सिद्ध होती है अनोखी होते हुए भी। गहन चिंतनपरक दार्शनिक अभिव्यक्ति लगती है रचना में। हार्दिक बधाई आद. सुरंगमा यादव जी।_ शेख़ शहज़ाद उस्मानी शिवपुरी (मध्यप्रदेश)
आभासी दुनिया और अनुभूति एक धोखा ही तो सिद्ध होती है अनोखी होते हुए भी। गहन चिंतनपरक दार्शनिक अभिव्यक्ति लगती है रचना में। हार्दिक बधाई आद. सुरंगमा यादव जी।
ReplyDelete_ शेख़ शहज़ाद उस्मानी
शिवपुरी (मध्यप्रदेश)