2024-03-11

आभास अनोखा है

आभास अनोखा है
तू ही तू दिखता
ये मन का धोखा है

        -सुरंगमा यादव

1 comment:

  1. आभासी दुनिया और अनुभूति एक धोखा ही तो सिद्ध होती है अनोखी होते हुए भी। गहन चिंतनपरक दार्शनिक अभिव्यक्ति लगती है रचना में। हार्दिक बधाई आद. सुरंगमा यादव जी।
    _ शेख़ शहज़ाद उस्मानी
    शिवपुरी (मध्यप्रदेश)

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