2024-03-11

तुमसे ही जीवन है

तुमसे ही जीवन है
कहने को बिटिया
अम्मा जैसा मन है

        -निवेदिताश्री

1 comment:

  1. बेटी अभियान के लिए भी बेहतरीन रचना। बेटी से ही आज और कल है। बेटी वही है जिसमें स्त्रियोचित सदगुण हों, जिसमें माॅं/अम्मा जैसे गुण हों। यहां 'मॉं' की जगह उतनी 'अम्मा' मात्रा संतुलन के लिए लिया गया हो या नहीं, लेकिन यह चयन बहुआयामी बन पड़ा है मॉं/माता/अम्मा/दादी/नानी सभी को इंगित करता हुआ। कुछ बेटियाॅं वास्तव में ऐसी होती हैं। हार्दिक बधाई आदरणीया निवेदिताश्री जी।

    - शेख़ शहज़ाद उस्मानी, शिवपुरी (मध्यप्रदेश)

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