2024-03-10

ख़ुशियों का क्या कहना

ख़ुशियों का क्या कहना
जीवन में इनको
है  कुछ  पल ही रहना 
   
        -किरन सिंह

1 comment:

  1. सुख और दुख के स्वाभाविक चक्र में ख़ुशी (सुख) सदैव स्थायी नहीं होती। एक सत्य बाख़ूबी माहिया कविता में पिरोया गया है। हार्दिक बधाई आदरणीया किरण सिंह जी।

    _ शेख़ शहज़ाद उस्मानी, शिवपुरी (मध्यप्रदेश)

    ReplyDelete