बेहतरीन सम्प्रेषण। हार्दिक बधाई आदरणीय गुरुजी। यहां तुकांत 'गदराया/बौराया/' 'राया' दोहरा सकते हैं इस तरह? समझना चाहूंगा।🙏
अद्वित्य अनुपम प्रकृति का सजीव चित्रण, ऐसा लगता है मानों खेत में लहलाती बालियों को स्पर्श ही कर रहे हैं 👌👍🙏(हंस जैन )
शानदार माहिया सर
बेहतरीन सम्प्रेषण। हार्दिक बधाई आदरणीय गुरुजी। यहां
ReplyDeleteतुकांत 'गदराया/बौराया/' 'राया' दोहरा सकते हैं इस तरह? समझना चाहूंगा।🙏
अद्वित्य अनुपम प्रकृति का सजीव चित्रण, ऐसा लगता है मानों खेत में लहलाती बालियों को स्पर्श ही कर रहे हैं 👌👍🙏(हंस जैन )
ReplyDeleteशानदार माहिया सर
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