2024-03-12

जोड़ा या घटाया है

जोड़ा या घटाया है
चलती साँसों में
सजना को पाया है
  
    -बुशरा तबस्सुम

3 comments:

  1. Anonymous8:39 PM

    सुन्दर (रुबी दास)

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  2. आपकी माहिया कविता रचनाओं में प्राकृतिक सौंदर्य का शृंगार बख़ूबी सम्प्रेषित होता है, प्रेम और दार्शनिक भाव भी। हार्दिक बधाई आदरणीया बुशरा तबस्सुम साहिबा।

    _ शेख़ शहज़ाद उस्मानी, शिवपुरी (मध्यप्रदेश)

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  3. Anonymous10:01 PM

    शानदार शानदार

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