सुन्दर (रुबी दास)
आपकी माहिया कविता रचनाओं में प्राकृतिक सौंदर्य का शृंगार बख़ूबी सम्प्रेषित होता है, प्रेम और दार्शनिक भाव भी। हार्दिक बधाई आदरणीया बुशरा तबस्सुम साहिबा।_ शेख़ शहज़ाद उस्मानी, शिवपुरी (मध्यप्रदेश)
शानदार शानदार
सुन्दर (रुबी दास)
ReplyDeleteआपकी माहिया कविता रचनाओं में प्राकृतिक सौंदर्य का शृंगार बख़ूबी सम्प्रेषित होता है, प्रेम और दार्शनिक भाव भी। हार्दिक बधाई आदरणीया बुशरा तबस्सुम साहिबा।
ReplyDelete_ शेख़ शहज़ाद उस्मानी, शिवपुरी (मध्यप्रदेश)
शानदार शानदार
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