कविता की पाठशाला
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
माहिया
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व्योम के पार
कविता की पाठशाला
2024-03-10
माही तो रूठ गया
माही तो रूठ गया
छत पर बैठी हूँ
दिल जैसे टूट गया
-शेख़ शहज़ाद उस्मानी
1 comment:
किरन सिंह
8:24 AM
सुंदर माहिया सरल शब्दों में
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