2024-03-16

होली के रंग उड़े

होली के रंग उड़े
नयनों की नगरी
सुख सपने आन जुड़े

-शशि पाधा

1 comment:

  1. त्योहार पर मसामयिक सुख और ख़ुशी अभिव्यक्त करती बढ़िया रचना। हार्दिक बधाई आदरणीया शशि पाधा जी।अंतिम पंक्ति में 'आन' की जगह 'संग' क्या बेहतर हो सकता था, जानना चाहूंगा मार्गदर्शन हेतु मात्रा जानकारी सहित।

    -शेख़ शहज़ाद उस्मानी, शिवपुरी (मध्यप्रदेश)

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